रात में बार-बार पेशाब? समय रहते करें प्रोस्टेट जांच

🩺 प्रोस्टेट क्या है?

प्रोस्टेट एक छोटी ग्रंथि होती है जो पुरुष प्रजनन तंत्र का हिस्सा है। यह मूत्राशय (bladder) के नीचे और मूत्रमार्ग (urethra) के चारों ओर स्थित होती है। इसका मुख्य कार्य वीर्य (semen) के एक हिस्से का निर्माण करना है, जो शुक्राणुओं को पोषण देता है।

जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती है, यह ग्रंथि स्वाभाविक रूप से बड़ी होने लगती है। जब इसका आकार बहुत अधिक बढ़ जाता है, तो यह मूत्रमार्ग पर दबाव डालने लगती है, जिससे पेशाब करने में कठिनाई आने लगती है। इस स्थिति को Benign Prostatic Hyperplasia (BPH) कहा जाता है, जिसे आम भाषा में प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना कहा जाता है।


⚠️ प्रोस्टेट बढ़ने के कारण

प्रोस्टेट बढ़ने का सटीक कारण पूरी तरह ज्ञात नहीं है, लेकिन कई कारक इस स्थिति को प्रभावित करते हैं:

  1. उम्र बढ़ना:
    50 वर्ष के बाद पुरुषों में यह समस्या आम है।

  2. हार्मोनल परिवर्तन:
    टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजेन हार्मोन के असंतुलन से प्रोस्टेट ग्रंथि पर असर पड़ता है।

  3. विरासत (Genetics):
    जिन पुरुषों के परिवार में यह समस्या रही है, उनमें जोखिम अधिक रहता है।

  4. जीवनशैली संबंधी कारण:
    मोटापा, शारीरिक निष्क्रियता और असंतुलित खानपान प्रोस्टेट को प्रभावित कर सकते हैं।

  5. अन्य स्वास्थ्य स्थितियाँ:
    मधुमेह (Diabetes) और हृदय रोग से पीड़ित पुरुषों में भी यह समस्या अधिक देखी जाती है।


🚨 प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण

प्रोस्टेट का आकार बढ़ने से मूत्रमार्ग पर दबाव बढ़ता है, जिससे पेशाब से जुड़ी कई परेशानियाँ उत्पन्न होती हैं, जैसे:

  • पेशाब रुक-रुक कर आना

  • पेशाब शुरू करने में कठिनाई

  • बार-बार पेशाब लगना, खासकर रात में

  • पेशाब का दबाव कम होना

  • मूत्राशय पूरी तरह खाली न होना

  • पेशाब के बाद भी जलन या असहजता महसूस होना

  • कभी-कभी पेशाब में खून की मौजूदगी (severe cases में)


🧠 यदि इलाज न किया जाए तो क्या हो सकता है?

यदि बढ़ी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह कई गंभीर जटिलताएँ पैदा कर सकती है:

  • मूत्राशय में सूजन या संक्रमण (Urinary Tract Infection)

  • किडनी पर दबाव और नुकसान

  • ब्लैडर स्टोन (मूत्राशय में पथरी)

  • पेशाब रुक जाना (Urinary Retention)

  • जीवन की गुणवत्ता में गिरावट (Sleep disturbance, Anxiety)


🩺 प्रोस्टेट बढ़ने की जांच कैसे की जाती है?

Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar में आधुनिक तकनीकों के माध्यम से सटीक निदान किया जाता है। जाँच में निम्नलिखित शामिल हैं:

  1. Physical Examination:
    डॉक्टर प्रोस्टेट का आकार और कठोरता जांचते हैं।

  2. Ultrasound या Sonography:
    ग्रंथि के आकार, मूत्राशय की स्थिति और मूत्र शेषता को जांचने के लिए।

  3. PSA Test (Prostate Specific Antigen):
    यह रक्त जांच प्रोस्टेट में संक्रमण या कैंसर की संभावना की पुष्टि में मदद करती है।

  4. Urine Flow Test:
    पेशाब के बहाव की गति को मापने के लिए।

  5. Cystoscopy (यदि आवश्यक हो):
    कैमरे के माध्यम से मूत्रमार्ग और मूत्राशय की आंतरिक जांच।


🧘‍♂️ जीवनशैली में सुधार से राहत

प्रोस्टेट बढ़ने की शुरुआती अवस्था में कुछ जीवनशैली परिवर्तन से काफी राहत पाई जा सकती है:

  • रात में अधिक पानी न पीएं

  • कैफीन और शराब का सेवन कम करें

  • नियमित व्यायाम करें

  • तनाव और चिंता को नियंत्रित रखें

  • पेशाब रोकने की आदत न डालें

  • वजन नियंत्रित रखें


🏥 MGIMS, Hisar में उपचार सुविधाएँ

Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar में प्रोस्टेट से जुड़ी सभी समस्याओं का इलाज आधुनिक Urology Department में विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में किया जाता है।

यहाँ उपलब्ध सुविधाएँ:

  • सटीक Ultrasound और Diagnostic Tests

  • Endoscopic और Minimally Invasive Procedures

  • Laser Surgery विकल्प (severe BPH के लिए)

  • अनुभवी Urologists और General Surgeons

  • 24×7 इमरजेंसी और ICU सुविधा

यह संस्थान Ayushman Bharat और सभी प्रमुख Cashless Insurance योजनाओं को स्वीकार करता है, जिससे मरीजों को इलाज की चिंता नहीं करनी पड़ती।


💡 क्या BPH और प्रोस्टेट कैंसर एक ही है?

नहीं।
Benign Prostatic Hyperplasia (BPH) का अर्थ है “गैर-कैंसरजन्य” (non-cancerous) वृद्धि।
यह एक सामान्य उम्र-संबंधी प्रक्रिया है और प्रोस्टेट कैंसर से बिल्कुल अलग है।
हालांकि, दोनों में कुछ लक्षण समान हो सकते हैं, इसलिए सही जांच बहुत जरूरी है।


👨‍⚕️ कब डॉक्टर से संपर्क करें

यदि आप नीचे दिए गए किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो तुरंत Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar में परामर्श लें:

  • पेशाब करने में रुकावट या दर्द

  • पेशाब में खून आना

  • रात में बार-बार पेशाब लगना

  • मूत्राशय पूरी तरह खाली न होना

समय पर उपचार कराने से जटिलताओं से बचा जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता बनी रहती है।


🔍 FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. क्या प्रोस्टेट बढ़ना उम्र का सामान्य हिस्सा है?
👉 हाँ, अधिकतर पुरुषों में 50 वर्ष के बाद प्रोस्टेट का आकार कुछ हद तक बढ़ता है। लेकिन यदि यह बढ़ोतरी पेशाब में कठिनाई पैदा करे, तो जांच आवश्यक है।

Q2. क्या प्रोस्टेट बढ़ने से कैंसर हो सकता है?
👉 नहीं। BPH एक non-cancerous condition है, हालांकि दोनों में लक्षण मिलते-जुलते हो सकते हैं, इसलिए जांच जरूरी है।

Q3. क्या प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या को रोका जा सकता है?
👉 पूरी तरह नहीं, लेकिन स्वस्थ खानपान, नियमित व्यायाम और हाइड्रेशन बनाए रखने से जोखिम घटाया जा सकता है।

Q4. क्या इसका इलाज सर्जरी से ही होता है?
👉 नहीं हमेशा। शुरुआती अवस्था में निगरानी और जीवनशैली सुधार से नियंत्रण किया जा सकता है। गंभीर मामलों में minimally invasive surgery की आवश्यकता पड़ सकती है।

Q5. क्या यह समस्या दोबारा लौट सकती है?
👉 यदि कारण (जैसे हार्मोनल असंतुलन या मोटापा) बने रहें, तो पुनरावृत्ति संभव है। नियमित जांच से इसे रोका जा सकता है।


🌿 सारांश

प्रोस्टेट बढ़ना उम्र के साथ होने वाली एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है। शुरुआती लक्षणों को पहचानकर समय पर डॉक्टर से मिलें।
Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar में विशेषज्ञ Urologists की टीम द्वारा हर मरीज को व्यक्तिगत परामर्श और आधुनिक तकनीक से इलाज प्रदान किया जाता है।


📞 संपर्क करें:
99902-64611 | 99924-87111
📍 ITI Chowk, Behind Hari Palace, Tosham Road, Hisar
🌐 www.mgimsharyana.com

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