स्तन ट्यूमर या गांठ का उपचार : एमजीआईएमएस हिसार में विशेषज्ञ देखभाल
महिलाओं के स्वास्थ्य में स्तन रोग एक गंभीर चिंता का विषय है। स्तन में गांठ या ट्यूमर होना महिलाओं के लिए तनावपूर्ण स्थिति हो सकती है। कई बार शर्म या डर के कारण महिलाएं समय पर डॉक्टर से सलाह नहीं लेतीं, जिससे बीमारी गंभीर रूप ले लेती है। यदि स्तन की गांठ का जल्दी पता लगा लिया जाए और उचित इलाज हो, तो यह रोग पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।
महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS), हिसार में स्तन कैंसर और ट्यूमर का विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध है। यहाँ कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रमेश बिश्नोई (MBBS, MS – Surgical Oncology, AIIMS) आधुनिक तकनीक और वर्षों के अनुभव के साथ मरीजों का उपचार करते हैं।
स्तन ट्यूमर और गांठ क्या है?
स्तन में होने वाली गांठ या ट्यूमर दो प्रकार के हो सकते हैं –
सौम्य (Benign): जैसे फाइब्रोएडेनोमा, सिस्ट या फैटी गांठ। ये कैंसर नहीं होते परंतु इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
घातक (Malignant): जिसे हम स्तन कैंसर कहते हैं। इसका समय पर इलाज बहुत जरूरी है।
लक्षण जिन पर तुरंत ध्यान दें:
- स्तन या बगल में गांठ या सूजन
- स्तन का आकार या त्वचा में बदलाव
- निप्पल से असामान्य स्त्राव (खून या तरल)
- स्तन में लगातार दर्द
- इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
एमजीआईएमएस, हिसार क्यों चुनें?
📍 स्थान: ITI चौक, हरि पैलेस के पीछे, टोहाना रोड, हिसार
यहाँ मरीजों को मिलता है:
- कैंसर का सटीक निदान और आधुनिक इलाज
- अनुभवी टीम और उन्नत सर्जिकल तकनीक
- व्यक्तिगत देखभाल और परामर्श
डॉ. रमेश बिश्नोई (कैंसर विशेषज्ञ)
MBBS, MS (Surgical Oncology – AIIMS)
FAIS, FIAGES | Robotic & Thoracoscopic Cancer Surgery Fellowship (US)
डॉ. बिश्नोई स्तन कैंसर और ट्यूमर की सर्जरी, रोबोटिक और न्यूनतम चीरे वाली तकनीकों में माहिर हैं।
स्तन ट्यूमर के इलाज की विधियां
एमजीआईएमएस में मरीज की स्थिति और ट्यूमर के प्रकार के अनुसार व्यक्तिगत उपचार योजना बनाई जाती है –
- जांच और निदान
- मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और बायोप्सी द्वारा सटीक जांच।
- सर्जिकल उपचार
- लम्पेक्टॉमी: केवल गांठ निकालना, स्तन सुरक्षित रहता है।
- मास्टेक्टॉमी: स्तन को हटाना, जब रोग गंभीर हो।
- पुनर्निर्माण सर्जरी: स्तन का प्राकृतिक रूप वापस लाना।
रेडिएशन थेरेपी
- सर्जरी के बाद बचे हुए कैंसर कोशिकाओं को खत्म करना।
- कीमोथेरेपी और हार्मोन थेरेपी
- दवाओं से कैंसर की वृद्धि रोकना।
- रोबोटिक और थोराकोस्कोपिक सर्जरी
- कम दर्द, जल्दी रिकवरी और बेहतर परिणाम।
जल्दी जांच क्यों जरूरी है?
- स्तन कैंसर का सफल इलाज तभी संभव है जब यह शुरुआती अवस्था में पता चल जाए।
- 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को नियमित मैमोग्राफी करवानी चाहिए।
- सभी महिलाओं को समय-समय पर स्वयं स्तन परीक्षण (Self Examination) करना चाहिए।
- समय पर जांच करवाने से कैंसर के इलाज में सफलता दर कई गुना बढ़ जाती है।
- मरीज-केंद्रित देखभाल
एमजीआईएमएस केवल चिकित्सा ही नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक सहयोग भी प्रदान करता है।
- मरीजों को परामर्श
- आहार एवं पोषण मार्गदर्शन
- परिवार को जागरूक करना
- यहाँ मरीजों को ऐसा वातावरण मिलता है जिससे वे मानसिक रूप से भी मजबूत बने रहते हैं।
संपर्क जानकारी
📍 पता: ITI चौक, हरि पैलेस के पीछे, टोहाना रोड, हिसार
📞 संपर्क: 99924-87111 | 86839-55299
🌐 वेबसाइट: www.mgimsharyana.com