कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी: एक प्रभावी समाधान

MGIMS | HISAR

कैंसर आज के समय में एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है, लेकिन आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने इसके इलाज के लिए कई प्रभावी तरीके विकसित किए हैं। इनमें कीमोथेरेपी एक अहम भूमिका निभाती है, जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और उनके फैलाव को रोकने में सक्षम है।

अगर आप या आपके प्रियजन इस बीमारी से जूझ रहे हैं, तो सही मार्गदर्शन और उन्नत इलाज के लिए डॉ. रमेश बिश्नोई से परामर्श जरूर लें।


कीमोथेरेपी: कैंसर के खिलाफ मजबूत हथियार


कीमोथेरेपी दवाओं के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं को टार्गेट करती है। यह उनकी वृद्धि रोकती है और उन्हें पूरी तरह नष्ट कर देती है। यह विधि विशेष रूप से तब उपयोगी होती है जब कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल चुका होता है।

हालांकि, कीमो के साइड इफेक्ट्स जैसे थकान या बाल झड़ना चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन अनुभवी ऑन्कोलॉजिस्ट की देखरेख में यह इलाज सुरक्षित और प्रभावी है।


डॉ. रमेश बिश्नोई: विशेषज्ञता और आधुनिक तकनीक का संगम


डॉ. रमेश बिश्नोई, प्रख्यात कैंसर विशेषज्ञ और रोबोटिक व थोरैकोस्कोपिक सर्जरी (USA) में निपुण, मरीजों को कीमोथेरेपी के साथ-साथ सर्जिकल विकल्प भी प्रदान करते हैं। उनकी विशेषज्ञता मिनिमली इनवेसिव तकनीकों में है, जो ऑपरेशन के बाद मरीजों को जल्दी रिकवर करने में मदद करती है। डॉ. बिश्नोई का लक्ष्य हर मरीज को व्यक्तिगत देखभाल और उन्नत इलाज प्रदान करना है।


महात्मा गांधी मेडिकल इंस्टीट्यूट, हिसार : सुलभ और सस्ता इलाज


महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में डॉ. बिश्नोई की टीम अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। यहां आयुष्मान भारत योजना और कैशलेस बीमा सुविधा उपलब्ध है, जो इलाज को आर्थिक रूप से सुलभ बनाती है। संस्थान का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सभी तक पहुंचाना है।

समय रहते सही कदम उठाएं
कैंसर के इलाज में समय बहुत कीमती है। अगर आपको लक्षण दिखें या निदान हुआ है, तो डॉ. रमेश बिश्नोई से संपर्क करें।

📍 पता: ITI चौक, हरी पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार

📞 संपर्क: 99902-64611 | 99924-87111

🌐 वेबसाइट: www.mgimsharyana.com

कैंसर से लड़ाई अकेले न लड़ें। सही मार्गदर्शन और उन्नत इलाज के लिए आज ही विशेषज्ञों से जुड़ें! 💪🏥

 



 

सर्वाइकल कैंसर का संपूर्ण इलाज अब हिसार में: डॉ. रमेश बिश्नोई के साथ स्वस्थ जीवन की ओर

सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो एचपीवी वायरस के संक्रमण से जुड़ा है। समय पर निदान और उपचार से इसके प्रभाव को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। हिसार के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS) में डॉ. रमेश बिश्नोई जैसे विशेषज्ञ इसके उन्नत इलाज को सुलभ बना रहे हैं। आइए जानते हैं इस बीमारी और इलाज के विकल्पों के बारे में:



सर्वाइकल कैंसर: लक्षण और निदान


प्रारंभिक लक्षण: अधिकांश मामलों में शुरुआती चरणों में लक्षण नहीं दिखते। उन्नत अवस्था में योनि से असामान्य रक्तस्राव (मासिक धर्म के बीच या रजोनिवृत्ति के बाद), दुर्गंधयुक्त डिस्चार्ज, पेल्विक दर्द, या संभोग के दौरान दर्द हो सकता है।

निदान: पैप स्मीयर टेस्ट, एचपीवी डीएनए टेस्ट, कोल्पोस्कोपी, और बायोप्सी द्वारा कैंसर की पुष्टि की जाती है। नियमित स्क्रीनिंग से शुरुआती चरण में ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है ।

उपचार के आधुनिक तरीके


सर्वाइकल कैंसर का इलाज कैंसर के चरण, रोगी की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है:

सर्जरी : प्रारंभिक चरण में गर्भाशय ग्रीवा के प्रभावित हिस्से को हटाना। डॉ. बिश्नोई रोबोटिक और मिनिमली इनवेसिव सर्जरी में विशेषज्ञ हैं, जो तेजी से रिकवरी और कम जटिलताओं के साथ की जाती है।

रेडिएशन थेरेपी : उच्च-ऊर्जा एक्स-रे से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। स्टेज IVA में कीमोथेरेपी के साथ संयोजन प्रभावी है।

कीमोथेरेपी : उन्नत चरणों में लक्षणों को नियंत्रित करने और जीवनकाल बढ़ाने के लिए।

लक्षित थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी : बेवाकिज़ुमैब जैसी दवाएं ट्यूमर को बढ़ने से रोकती हैं।

डॉ. रमेश बिश्नोई :विशेषज्ञता और अनुभव
योग्यता : एमबीबीएस, एमएस (सर्जिकल ऑन्कोलॉजी),

AIIMS और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई से प्रशिक्षण।

विशेषज्ञता : रोबोटिक सर्जरी, थोरैकोस्कोपिक प्रक्रियाएं, ऑर्गन प्रिजर्वेशन, और कॉम्प्लेक्स रिकंस्ट्रक्शन 48।

अस्पताल सुविधाएं : MGIMS में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, हाई-टेक ICU, और बायोसेफ्टी के साथ कीमोथेरेपी यूनिट उपलब्ध 4।



क्यों चुनें MGIMS और डॉ. बिश्नोई को?

आयुष्मान भारत योजना : कैशलेस उपचार और बीमा सुविधा से वित्तीय बोझ कम

रोगी-केंद्रित देखभाल : अनुभवी नर्सिंग स्टाफ और व्यक्तिगत उपचार योजना।

संपर्क पता:

ITI चौक, तोशाम रोड, हिसार। फोन: 99902-64611, 99924-87111

निवारक उपाय और संदेश
एचपीवी वैक्सीन: 9-26 वर्ष की लड़कियों/महिलाओं को लगवाना चाहिए।

नियमित जांच: 21 वर्ष की उम्र के बाद हर 3 साल में पैप टेस्ट और 30 वर्ष के बाद एचपीवी टेस्ट कराएं।

जागरूकता: धूम्रपान छोड़ें, सुरक्षित यौन संबंध, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखें।

निष्कर्ष
सर्वाइकल कैंसर अब एक लाइलाज बीमारी नहीं है। डॉ. रमेश बिश्नोई और MGIMS की टीम के पास इसके उन्नत इलाज के लिए आवश्यक तकनीक और अनुभव है। समय पर जांच और सही उपचार से आप इस बीमारी को हरा सकती हैं। स्वस्थ जीवन की ओर यह पहला कदम आज ही उठाएं!

🌐 अधिक जानकारी के लिए: www.mgimsharyana.com

📞 अपॉइंटमेंट बुक करें: 99902-64611 | 99924-87111

पेट के कैंसर से मुक्ति पाएं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में

महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में विश्वस्तरीय उपचार

पेट का कैंसर (Gastric Cancer) एक गंभीर लेकिन उपचार योग्य बीमारी है। इसका समय पर निदान और विशेषज्ञ डॉक्टर से सही उपचार इस बीमारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार के डॉ. रमेश बिश्नोई, जो कैंसर विशेषज्ञ और निदेशक हैं, पेट के कैंसर के उपचार में विशेषज्ञता रखते हैं।

पेट के कैंसर के प्रमुख लक्षण


पेट के कैंसर की शुरुआती पहचान करना जरूरी है। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  1. पेट में दर्द या भारीपन

  2. खाने के बाद जल्दी पेट भरने का अनुभव

  3. लगातार जी मिचलाना और उल्टी होना

  4. वजन में तेजी से कमी

  5. खून की कमी (एनीमिया)

  6. पेट में गांठ या सूजन


यदि इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बना रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

पेट के कैंसर के कारण


पेट के कैंसर का कारण बनने वाले कारकों में शामिल हैं:

  • अनियमित खानपान और तैलीय भोजन

  • धूम्रपान और शराब का सेवन

  • एच. पाइलोरी बैक्टीरिया संक्रमण

  • पारिवारिक इतिहास

  • खराब जीवनशैली


उपचार और विशेषज्ञता


महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में डॉ. रमेश बिश्नोई, जो एम्स (AIIMS) से प्रशिक्षित सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट हैं, पेट के कैंसर के लिए अत्याधुनिक उपचार प्रदान करते हैं। उनकी विशेषता रोबोटिक और थोराकोस्कोपिक कैंसर सर्जरी में है, जिससे रोगी को कम दर्द और तेजी से ठीक होने का अनुभव होता है।

यहां उपलब्ध सेवाएं:

  • आयुष्मान भारत और कैशलेस सुविधा

  • सटीक निदान के लिए आधुनिक तकनीक

  • विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा व्यक्तिगत देखभाल


हमारे साथ क्यों चुनें?


महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार अपने मरीजों के लिए भरोसेमंद और प्रभावी इलाज का वादा करता है।

📍 पता: ITI चौक, हरी पैलेस के पीछे, टोहाना रोड, हिसार
📞 संपर्क करें: 99902-64611 | 99924-87111
🌐 वेबसाइट: www.mgimsharyana.com

 

 

जॉइंट रिप्लेसमेंट: नई जिंदगी की शुरुआत

महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS), हिसार में जॉइंट रिप्लेसमेंट के क्षेत्र में अत्याधुनिक और भरोसेमंद सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यहां डॉ. नवनीत शर्मा जैसे अनुभवी और समर्पित ऑर्थोपेडिक्स विशेषज्ञ की देखरेख में मरीजों को उच्च-स्तरीय इलाज और देखभाल उपलब्ध कराई जाती है।
जॉइंट रिप्लेसमेंट क्या है?

जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी एक आधुनिक तकनीक है, जिसमें क्षतिग्रस्त या घिसे हुए जोड़ों को कृत्रिम जोड़ों से बदल दिया जाता है। यह सर्जरी खासतौर पर आर्थराइटिस, चोट, और जोड़ों के अधिक घिसाव के कारण होने वाले दर्द और गतिशीलता की समस्याओं को ठीक करने में कारगर है।

 
डॉ. नवनीत शर्मा की विशेषज्ञता

डॉ. नवनीत शर्मा, ऑर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव ने कई मरीजों को दर्द-मुक्त और बेहतर जीवन जीने में मदद की है। जॉइंट रिप्लेसमेंट के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय है।

 
हमारे यहां मिलने वाली सेवाएं


  • घुटने (Knee) का रिप्लेसमेंट: पुराने घिसे हुए घुटने की जगह कृत्रिम जोड़ों से बदलकर चलने-फिरने में आसानी प्रदान की जाती है।

  • कूल्हे (Hip) का रिप्लेसमेंट: कूल्हे की समस्याओं का स्थायी समाधान।

  • कंधे (Shoulder) का रिप्लेसमेंट: कंधों के दर्द और सीमित गतिशीलता का इलाज।

  • रीढ़ की सर्जरी: रीढ़ की समस्याओं के लिए विशेष उपचार।


 
जॉइंट रिप्लेसमेंट के फायदे


  1. दर्द से छुटकारा

  2. जोड़ों की बेहतर गतिशीलता

  3. जीवन की गुणवत्ता में सुधार

  4. लंबी उम्र तक फिट और सक्रिय रहना


 
क्यों चुनें MGIMS, हिसार?


  • अत्याधुनिक तकनीक और उपकरण

  • अनुभवी डॉक्टरों की टीम

  • मरीजों की व्यक्तिगत देखभाल और पुनर्वास कार्यक्रम


 
हमारे साथ दर्द को कहें अलविदा

यदि आप या आपके प्रियजन जॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए सर्वश्रेष्ठ उपचार की तलाश में हैं, तो महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार आपका सही विकल्प है।

महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, हिसार पर आयुष्मान और कैशलेस/बीमा की सुविधा उपलब्ध है।
इलाज के लिए संपर्क करें :

मेडिकल सहायता के लिए आज ही संपर्क करें:
पता: ITI चौक, हरी पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार-125001
कॉल करें: ☎️ 99902-64611, 99924-87111

फिजियोथैरेपी का महत्व और इलाज | महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार

फिजियोथैरेपी एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है जो शरीर की मांसपेशियों, जोड़ों और हड्डियों की समस्याओं को ठीक करने के लिए प्राकृतिक और गैर-सर्जिकल तरीके अपनाती है। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार (MGIMS) में फिजियोथैरेपी विशेषज्ञ अत्याधुनिक तकनीक और व्यक्तिगत देखभाल के साथ मरीज़ों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करते हैं।

 

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