पिताशय की पथरी का इलाज – महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार
पिताशय की पथरी (Gallbladder Stone)
एक सामान्य समस्या है, जिसमें पिताशय में ठोस पदार्थ जमा होकर पथरी का निर्माण करते हैं। यह समस्या अक्सर पेट के दाईं तरफ तेज दर्द, जी मिचलाना, उल्टी, पाचन संबंधी समस्याएं, और त्वचा और आंखों में पीलापन (पीलिया) जैसे लक्षणों से प्रकट होती है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह जटिलताओं का कारण बन सकता है।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS), हिसार में पिताशय की पथरी का अत्याधुनिक और सुरक्षित इलाज उपलब्ध है।
यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक तकनीकें जैसे अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच विधियों का उपयोग करके पथरी की सटीक स्थिति का पता लगाया जाता है।
छोटी पथरियों के लिए मेडिसिन के जरिए इलाज संभव हो सकता है, लेकिन बड़ी पथरियों के मामलों में सर्जरी आवश्यक हो सकती है। MGIMS में लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी (Laparoscopic Cholecystectomy) का सफलतापूर्वक उपयोग किया जाता है, जो एक न्यूनतम आक्रामक सर्जरी होती है।
इस सर्जरी में छोटे चीरे लगाकर पथरी को हटाया जाता है, जिससे मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है और अस्पताल में कम समय बिताना पड़ता है।
MGIMS, हिसार में विशेषज्ञता और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ, मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यहाँ का वातावरण और अनुभवी चिकित्सक आपकी समस्या का समग्र समाधान सुनिश्चित करते हैं।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, हिसार पर आयुष्मान और कैशलेस/बीमा की सुविधा उपलब्ध है।
अपनों के बेहतरीन इलाज के लिए विजिट करें : आईटीआई, चौक, हरि पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार-125001 या अपना परामर्श बुक करने के लिए 99902-64611, 99924-87111 पर कॉल करें।