ब्रेस्ट सर्जरी और महिला स्वास्थ्य: AIIMS के विशेषज्ञ डॉ. रमेश बिश्नोई के साथ विश्वसनीय इलाज 🎗️

महिलाओं के स्वास्थ्य में स्तन संबंधी समस्याएं एक गंभीर विषय हैं, परंतु अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है। स्तन में गांठ, दर्द, आकार में असमानता या कोई भी असामान्य परिवर्तन होने पर तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS), हिसार में डॉ. रमेश बिश्नोई (डायरेक्टर एवं कैंसर विशेषज्ञ, AIIMS पूर्व छात्र) की अगुवाई में एक अनुभवी टीम द्वारा उच्चस्तरीय ब्रेस्ट सर्जरी एवं उपचार सुविधाएं उपलब्ध हैं।





डॉ. रमेश बिश्नोई - एक परिचय


डॉ. रमेश बिश्नोई





  • डायरेक्टर एवं कैंसर विशेषज्ञ




  • एमबीबीएस, एमएस, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (AIIMS)




  • FAIS, FIAGES




  • फेलो - रोबोटिक एवं थोरैकोस्कोपिक कैंसर सर्जरी (USA)




AIIMS जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से प्रशिक्षित डॉ. बिश्नोई ने अमेरिका से रोबोटिक एवं मिनिमली इनवेसिव कैंसर सर्जरी में विशेषज्ञता प्राप्त की है। उनके नेतृत्व में MGIMS की टीम अत्याधुनिक तकनीकों के साथ रोगियों को सर्वोत्तम उपचार प्रदान करती है।



स्तन संबंधी समस्याएं एवं उनका उपचार


1. फाइब्रोएडेनोमा की सर्जरी

फाइब्रोएडेनोमा एक सामान्य सौम्य ट्यूमर है जो युवतियों में अधिक पाया जाता है। यदि यह गांठ बड़ी हो या असुविधा पैदा कर रही हो, तो MGIMS में कम से कम आक्रामक (मिनिमली इनवेसिव) तकनीक द्वारा सुरक्षित सर्जरी की जाती है।



2. स्तन कैंसर की जांच (FNAC एवं मैमोग्राफी)

स्तन कैंसर का शीघ्र निदान ही इसके सफल उपचार की कुंजी है। MGIMS में FNAC (फाइन नीडल एस्पिरेशन साइटोलॉजी) एवं डिजिटल मैमोग्राफी जैसी आधुनिक जांचें उपलब्ध हैं, जो कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में ही पता लगा लेती हैं।



3. स्तन ट्यूमर की विशेषज्ञ सर्जरी

कैंसरयुक्त एवं गैर-कैंसरयुक्त दोनों प्रकार के ट्यूमर का उपचार लम्पेक्टोमी, मास्टेक्टोमी एवं पुनर्निर्माण सर्जरी जैसी उन्नत तकनीकों द्वारा किया जाता है। डॉ. बिश्नोई की टीम रोबोटिक सर्जरी एवं थोरैकोस्कोपिक तकनीकों में भी निपुण है, जिससे रोगी को कम दर्द एवं तेजी से स्वस्थ होने में मदद मिलती है।



4. महिला सर्जन एवं गोपनीय परामर्श

MGIMS में महिला रोगियों की सुविधा हेतु महिला सर्जन भी उपलब्ध हैं, जो पूर्ण गोपनीयता एवं संवेदनशीलता के साथ इलाज प्रदान करती हैं।



क्यों चुनें MGIMS, हिसार?




  • अनुभवी विशेषज्ञ: AIIMS एवं अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण प्राप्त डॉक्टर्स।




  • अत्याधुनिक तकनीक: रोबोटिक, लैप्रोस्कोपिक एवं थोरैकोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा।




  • महिला-अनुकूल सेवाएं: सुरक्षित एवं आरामदायक उपचार वातावरण।




  • सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं।




निष्कर्ष


स्तन संबंधी किसी भी समस्या को अनदेखा न करें। MGIMS, हिसार में डॉ. रमेश बिश्नोई एवं उनकी टीम द्वारा विश्वस्तरीय उपचार उपलब्ध है। समय पर निदान एवं सही इलाज से आप एक स्वस्थ जीवन जी सकती हैं।


📞 अपॉइंटमेंट हेतु संपर्क करें: 9992487111 | 8683955299
🌍 वेबसाइट: www.mgimsharyana.com


सर्वाइकल कैंसर का संपूर्ण इलाज अब हिसार में: डॉ. रमेश बिश्नोई के साथ स्वस्थ जीवन की ओर

सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो एचपीवी वायरस के संक्रमण से जुड़ा है। समय पर निदान और उपचार से इसके प्रभाव को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। हिसार के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (MGIMS) में डॉ. रमेश बिश्नोई जैसे विशेषज्ञ इसके उन्नत इलाज को सुलभ बना रहे हैं। आइए जानते हैं इस बीमारी और इलाज के विकल्पों के बारे में:



सर्वाइकल कैंसर: लक्षण और निदान


प्रारंभिक लक्षण: अधिकांश मामलों में शुरुआती चरणों में लक्षण नहीं दिखते। उन्नत अवस्था में योनि से असामान्य रक्तस्राव (मासिक धर्म के बीच या रजोनिवृत्ति के बाद), दुर्गंधयुक्त डिस्चार्ज, पेल्विक दर्द, या संभोग के दौरान दर्द हो सकता है।

निदान: पैप स्मीयर टेस्ट, एचपीवी डीएनए टेस्ट, कोल्पोस्कोपी, और बायोप्सी द्वारा कैंसर की पुष्टि की जाती है। नियमित स्क्रीनिंग से शुरुआती चरण में ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है ।

उपचार के आधुनिक तरीके


सर्वाइकल कैंसर का इलाज कैंसर के चरण, रोगी की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है:

सर्जरी : प्रारंभिक चरण में गर्भाशय ग्रीवा के प्रभावित हिस्से को हटाना। डॉ. बिश्नोई रोबोटिक और मिनिमली इनवेसिव सर्जरी में विशेषज्ञ हैं, जो तेजी से रिकवरी और कम जटिलताओं के साथ की जाती है।

रेडिएशन थेरेपी : उच्च-ऊर्जा एक्स-रे से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। स्टेज IVA में कीमोथेरेपी के साथ संयोजन प्रभावी है।

कीमोथेरेपी : उन्नत चरणों में लक्षणों को नियंत्रित करने और जीवनकाल बढ़ाने के लिए।

लक्षित थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी : बेवाकिज़ुमैब जैसी दवाएं ट्यूमर को बढ़ने से रोकती हैं।

डॉ. रमेश बिश्नोई :विशेषज्ञता और अनुभव
योग्यता : एमबीबीएस, एमएस (सर्जिकल ऑन्कोलॉजी),

AIIMS और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई से प्रशिक्षण।

विशेषज्ञता : रोबोटिक सर्जरी, थोरैकोस्कोपिक प्रक्रियाएं, ऑर्गन प्रिजर्वेशन, और कॉम्प्लेक्स रिकंस्ट्रक्शन 48।

अस्पताल सुविधाएं : MGIMS में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, हाई-टेक ICU, और बायोसेफ्टी के साथ कीमोथेरेपी यूनिट उपलब्ध 4।



क्यों चुनें MGIMS और डॉ. बिश्नोई को?

आयुष्मान भारत योजना : कैशलेस उपचार और बीमा सुविधा से वित्तीय बोझ कम

रोगी-केंद्रित देखभाल : अनुभवी नर्सिंग स्टाफ और व्यक्तिगत उपचार योजना।

संपर्क पता:

ITI चौक, तोशाम रोड, हिसार। फोन: 99902-64611, 99924-87111

निवारक उपाय और संदेश
एचपीवी वैक्सीन: 9-26 वर्ष की लड़कियों/महिलाओं को लगवाना चाहिए।

नियमित जांच: 21 वर्ष की उम्र के बाद हर 3 साल में पैप टेस्ट और 30 वर्ष के बाद एचपीवी टेस्ट कराएं।

जागरूकता: धूम्रपान छोड़ें, सुरक्षित यौन संबंध, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखें।

निष्कर्ष
सर्वाइकल कैंसर अब एक लाइलाज बीमारी नहीं है। डॉ. रमेश बिश्नोई और MGIMS की टीम के पास इसके उन्नत इलाज के लिए आवश्यक तकनीक और अनुभव है। समय पर जांच और सही उपचार से आप इस बीमारी को हरा सकती हैं। स्वस्थ जीवन की ओर यह पहला कदम आज ही उठाएं!

🌐 अधिक जानकारी के लिए: www.mgimsharyana.com

📞 अपॉइंटमेंट बुक करें: 99902-64611 | 99924-87111