महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसिज होस्पिटल में PCOD के लक्षण और उपचार
PCOD (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम) महिलाओं में एक आम हार्मोनल विकार है जो अनियमित मासिक धर्म, बांझपन और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसिज (MGIMS) होस्पिटल उत्तर प्रदेश, भारत में एक अग्रणी चिकित्सा संस्थान है जो PCOD के निदान और उपचार में विशेषज्ञता रखता है।
PCOD के लक्षण:
अनियमित या अनुपस्थित मासिक धर्म
मुंहासे या तैलीय त्वचा
अत्यधिक बालों का बढ़ना (विशेष रूप से चेहरे, छाती और पीठ पर)
वजन बढ़ना या मोटापा
मूड स्विंग या अवसाद
बांझपन
MGIMS में PCOD का उपचार :
MGIMS में, PCOD के उपचार को व्यक्तिगत रोगी की आवश्यकताओं और लक्षणों के आधार पर तैयार किया जाता है।
उपचार में शामिल हो सकते हैं:
जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन
दवाएं: हार्मोनल थेरेपी, मधुमेह विरोधी दवाएं और वजन घटाने की दवाएं
शल्य चिकित्सा: गंभीर मामलों में, अंडाशय से अत्यधिक ऊतक को हटाने के लिए
सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है
PCOD की रोकथाम:
PCOD को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन कुछ जीवनशैली में बदलाव करके आप इसके जोखिम को कम कर सकते हैं, जैसे:
स्वस्थ वजन बनाए रखना : यदि आप अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त हैं, तो वजन कम करने से आपके PCOS विकसित होने का खतरा कम हो सकता है।
नियमित व्यायाम: सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाला व्यायाम करें।
स्वस्थ आहार खाएं: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन से भरपूर आहार खाएं।
तनाव कम करें: योग, ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें।
यदि आपको लगता है कि आपको PCOD हो सकता है, तो MGIMS के अनुभवी डॉक्टरों से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। वे आपके लक्षणों का मूल्यांकन कर सकते हैं, उचित निदान कर सकते हैं और आपके लिए सर्वोत्तम उपचार योजना विकसित कर सकते हैं।
उचित इलाज के लिए तुरंत आप महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, आईटीआई चौक, हरि पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार में विजिट करें चिकित्सक से सलाह लें और उनकी दिशा निर्देशों का पालन करें।
आप फोन नम्बरों 99902-64611, 99924-87111 पर भी सम्पर्क कर परामर्श कर सकते हैं। हम आपकी सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर हैं।