महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में किडनी स्टोन का इलाज: राहत और देखभाल
किडनी स्टोन, जिन्हें गुर्दे की पथरी भी कहा जाता है, कठोर जमा होते हैं जो किडनी में बनते हैं। ये दर्दनाक हो सकते हैं और मूत्र संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एमजीआईएमएस), हिसार किडनी स्टोन के निदान और उपचार के लिए एक उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा है। यहां, अनुभवी डॉक्टरों और विशेषज्ञों की एक टीम रोगियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एमजीआईएमएस में किडनी स्टोन उपचार :
– पर्क्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी (पीएनएल):
इस प्रक्रिया में, डॉक्टर पीठ में एक छोटा चीरा लगाते हैं और किडनी तक पहुंचने के लिए एक पतली ट्यूब डालते हैं। फिर वे किडनी स्टोन को हटाने के लिए लेजर या अन्य उपकरणों का उपयोग करते हैं।
एमजीआईएमएस में किडनी स्टोन उपचार के लाभ:
– अनुभवी और कुशल डॉक्टर: एमजीआईएमएस में किडनी स्टोन के इलाज में विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टरों की एक टीम है। वे नवीनतम तकनीकों और प्रक्रियाओं से अपडेट रहते हैं।
– आधुनिक सुविधाएं: एमजीआईएमएस में किडनी स्टोन के निदान और उपचार के लिए अत्याधुनिक उपकरण और सुविधाएं हैं।
– रोगी-केंद्रित देखभाल: एमजीआईएमएस में, रोगियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप व्यक्तिगत और दयालु देखभाल प्रदान की जाती है।
– सस्ती लागत: एमजीआईएमएस में किडनी स्टोन उपचार अन्य निजी अस्पतालों की तुलना में अधिक किफायती है।
किडनी स्टोन से बचाव:
पानी का सेवन: प्रचुर मात्रा में पानी पीने से किडनी स्टोन को बनने से रोकने में मदद मिल सकती है।
स्वस्थ आहार: कैल्शियम, ऑक्सालेट और प्यूरीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें।
स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापा किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ा सकता है।
नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम किडनी स्टोन के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।
उचित इलाज के लिए तुरंत आप होस्पिटल में विजिट करें व यूरोलॉजिस्ट डॉ. संदीप मलिक से सलाह लें और उनकी दिशा निर्देशों का पालन करें।