web 1 1110x601 - महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एमजीआईएमएस) अस्पताल में त्वचा कैंसर का इलाज-uncategorized-

महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एमजीआईएमएस) अस्पताल में त्वचा कैंसर का इलाज









🩺महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एमजीआईएमएस) अस्पताल, हरियाणा के हिसार शहर में स्थित एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है जो त्वचा कैंसर सहित सभी प्रकार के त्वचा रोगों के निदान और उपचार में उत्कृष्टता प्रदान करता है।















🩺 त्वचा कैंसर विशेषज्ञ : एमजीआईएमएस अस्पताल में डॉ. रमेश बिश्नोई जैसे अनुभवी और कुशल त्वचा रोग विशेषज्ञों की एक टीम है। डॉ. बिश्नोई त्वचा कैंसर के सभी चरणों के उपचार में विशेषज्ञता रखते हैं और रोगियों को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग करते हैं।




🩺 उपचार के विकल्प : एमजीआईएमएस अस्पताल में त्वचा कैंसर के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार के विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:




🩺 सर्जरी : त्वचा कैंसर कोशिकाओं को हटाने के लिए।




🩺 कीमोथेरेपी : दवाओं का उपयोग करके पूरे शरीर में त्वचा कैंसर कोशिकाओं को मारना।




🩺 लक्षित चिकित्सा : ऐसी दवाओं का उपयोग करना जो विशेष रूप से त्वचा कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करती हैं।




🩺 अस्पताल की सुविधाएं : एमजीआईएमएस अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें एक समर्पित त्वचा कैंसर केंद्र, एक अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर और एक इन-हाउस पैथोलॉजी लैब शामिल है। यह रोगियों को एक सुरक्षित और आरामदायक वातावरण में सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।




🩺 उचित इलाज के लिए तुरंत आप महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, आईटीआई चौक, हरि पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार में विजिट करें प्रसिद्ध कैंसर विशेष डॉ. रमेश बिश्नोई से सलाह लें और उनकी दिशा निर्देशों का पालन करें।




आप फोन नम्बरों ☎️99902-64611, 99924-87111 पर भी सम्पर्क कर परामर्श कर सकते हैं। हम आपकी सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर हैं।






Read More
24 1 1110x601 - धूम्रपान निषेध दिवस: एक संकल्प स्वस्थ जीवन की ओर-uncategorized-

धूम्रपान निषेध दिवस: एक संकल्प स्वस्थ जीवन की ओर

हर साल 31 मई को मनाया जाने वाला धूम्रपान निषेध दिवस हमें एक महत्वपूर्ण संदेश देता है: धूम्रपान छोड़ें और स्वस्थ जीवन जीएं। धूम्रपान आज के समय में सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, और इसके प्रभाव से न केवल धूम्रपान करने वाले व्यक्ति बल्कि उनके परिवार और समाज भी प्रभावित होते हैं।

इस विशेष अवसर पर, मैं, डॉ. रमेश बिश्नोई, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज के कैंसर चिकित्सक के रूप में, आप सभी से इस विनाशकारी आदत को छोड़ने का आग्रह करता हूँ।

Read More
ENT 479x601 - 'स्वस्थ' नाक, 'कान' 'गला', खुशहाल जीवन का आधार!-uncategorized, ent-

‘स्वस्थ’ नाक, ‘कान’ ‘गला’, खुशहाल जीवन का आधार!


नाक, कान और गले (ईएनटी) के रोगों का उपचार कई तरीकों से किया जा सकता है, जो रोग की गंभीरता और प्रकार पर निर्भर करता है।



कुछ सामान्य उपचारों में शामिल हैं:




🩺 दवाएं:



एंटीबायोटिक्स: जीवाणु संक्रमण के इलाज के लिए, जैसे कि कान का संक्रमण, साइनस संक्रमण, या गले में खराश।



एंटीहिस्टामाइन्स: एलर्जी के लक्षणों को कम करने के लिए, जैसे कि नाक बहना, छींक आना, या खुजली।




कॉर्टिकोस्टेरॉइड: सूजन को कम करने के लिए, जैसे कि साइनसाइटिस या एलर्जी के कारण नाक बंद होना।



डिकॉन्गेस्टेंट: नाक बंद होने और सांस लेने में तकलीफ को कम करने के लिए।



 दर्द निवारक: दर्द और सूजन को कम करने के लिए, जैसे कि कान में दर्द या गले में खराश।




🩺 घरेलू उपचार:



 आराम: पर्याप्त आराम करना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आपको बुखार या थकान है।




 तरल पदार्थों का सेवन: खूब सारे तरल पदार्थ पीना, जैसे कि पानी, सूप, या जूस, नाक और गले के श्लेष्मा को पतला करने में मदद कर सकता है।



 गरारे करना: गर्म नमक के पानी से गरारे करना गले में खराश को कम करने में मदद कर सकता है।




 भाप लेना: भाप लेने से नाक बंद होने और सांस लेने में तकलीफ को कम करने में मदद मिल सकती है।



 नमक का पानी: नाक की नलियों को साफ करने के लिए नमक के पानी का घोल नाक में डाल सकते हैं।




🩺 अन्य उपचार:



 सर्जरी: कुछ मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि टॉन्सिल को हटाना, कान के पर्दे की मरम्मत करना, या नाक की हड्डी को सीधा करना।



 फिजियोथेरेपी: कान या गले की सर्जरी के बाद, फिजियोथेरेपी गति और कार्य को बहाल करने में मदद कर सकती है।




 यह महत्वपूर्ण है कि आप किसी भी नाक, कान और गले की समस्या के लिए महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, आईटीआई चौक, हरि पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार में विजिट करें चिकित्सक से सलाह लें और उनकी दिशा निर्देशों का पालन करें। ताकि वे आपके रोग का सही निदान कर सकें और आपको उचित उपचार दे सकें।




🩺 आप फोन नम्बरों 99902-64611, 99924-87111 पर भी सम्पर्क कर परामर्श कर सकते हैं। हम आपकी सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर हैं।

HPV vaccination 1110x601 - What do you need to know about HPV vaccination?-uncategorized-vaccination, HPV vaccination

What do you need to know about HPV vaccination?

Since 99% of cervical cancers arise from persistent HPV infection, vaccination against HPV has the potential to eliminate cervical cancer. If given at appropriate age before the start of sexual activity to adolescent girls, vaccine efficacy approaches 100% in preventing type specific HPV persistence. Thus consult your Gynaecologist/Gynecological Oncologist today.











Here's what you need to know about HPV vaccination:

  1. Purpose: The primary purpose of HPV vaccination is to protect against certain types of HPV that can lead to various types of cancer. HPV is known to cause cervical, vaginal, vulvar, anal, penile, and oropharyngeal (throat) cancers. The vaccine also helps prevent genital warts, which are caused by some types of HPV.

  2. Recommended age: HPV vaccination is typically recommended for both males and females starting at the age of 11 or 12. The vaccine is most effective when given before a person becomes sexually active and potentially exposed to the virus. However, it can still be beneficial for those who have already become sexually active or have had prior HPV infections.

  3. Vaccine types: There are several HPV vaccines available, with the most commonly used ones being Gardasil and Cervarix. These vaccines protect against the most common types of HPV associated with cancer and genital warts. Some newer vaccines like Gardasil 9 provide protection against additional types of HPV.

  4. Dosage: The HPV vaccine is typically administered in a series of two or three doses, depending on the age at which the vaccination series begins. For individuals aged 9-14, two doses are recommended with an interval of 6 to 12 months between doses. For those starting at age 15 or older, a series of three doses is usually required, with the second dose given one to two months after the first, and the third dose administered six months after the first dose.

  5. Effectiveness: HPV vaccines have been shown to be highly effective in preventing the targeted HPV infections and related diseases. They have been extensively tested in clinical trials and have proven to be safe and effective in preventing HPV infections and reducing the risk of HPV-related cancers and genital warts.

  6. Side effects: The HPV vaccine is generally safe and well-tolerated. Common side effects include pain, redness, or swelling at the injection site. Some people may also experience mild fever, headache, fatigue, or muscle aches. Serious side effects are extremely rare.

  7. Other preventive measures: While HPV vaccination is highly effective, it does not protect against all types of HPV. It is important to continue practicing safe sexual behaviors, such as using condoms, to reduce the risk of HPV and other sexually transmitted infections. Regular cervical cancer screening, such as Pap tests, is also crucial for early detection and treatment.


It's important to consult with a healthcare professional or your doctor for personalized advice and information regarding HPV vaccination, as they can provide the most up-to-date guidance based on your individual circumstances.