निमोनिया: एक गंभीर बीमारी जिसे नजरअंदाज करना हो सकता है जानलेवा
निमोनिया (Pneumonia) एक ऐसी संक्रामक बीमारी है जो फेफड़ों को प्रभावित करती है और यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। यह संक्रमण वायरस, बैक्टीरिया या फंगल इन्फेक्शन के कारण होता है। आमतौर पर यह बीमारी छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों को जल्दी अपनी चपेट में ले लेती है।
नारी स्वास्थ्य का सशक्त केंद्र: MGIMS, हिसार
👩⚕️ डॉ. अनुराधा नागपाल (MBBS, MS - Obstetrics & Gynaecology, FMAS, DMAS) अब उपलब्ध हैं महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में, जहां नारी स्वास्थ्य को समर्पित विशेष सेवाएं अत्याधुनिक तकनीक और मानवीय दृष्टिकोण के साथ दी जा रही हैं।
हर माहवारी समस्या का समाधान – अब हिसार में विशेषज्ञ देखभाल उपलब्ध!
मासिक धर्म यानी पीरियड्स, हर महिला के जीवन का एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है। मगर जब यही सामान्य प्रक्रिया असामान्य हो जाए – जैसे कि पीरियड्स अनियमित हों, समय पर न आएं, अत्यधिक दर्द या ब्लीडिंग हो, या दो पीरियड्स के बीच भी खून आए – तो यह न केवल शरीर के लिए बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी चुनौती बन जाती है।
अब इन सभी समस्याओं का समाधान महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में उपलब्ध है, जहां अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ आपकी हर परेशानी का वैज्ञानिक और संवेदनशील इलाज करते हैं।
🔍 आइए समझें, ये समस्याएं क्या होती हैं:
1. अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods):
अगर पीरियड्स हर महीने एक तय समय पर नहीं आते हैं, या उनका अंतराल बार-बार बदलता है, तो यह हार्मोनल असंतुलन, पीसीओएस या थायरॉयड जैसी किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
2. पीरियड्स का छूट जाना (Missed Periods):
गर्भावस्था, अत्यधिक तनाव, वजन में अचानक बदलाव या हॉर्मोन संबंधी विकार इसके कारण हो सकते हैं। यह स्थिति नजरअंदाज करने योग्य नहीं होती।
3. अत्यधिक दर्द या भारी ब्लीडिंग (Painful or Heavy Periods):
अगर हर माहवारी के समय असहनीय दर्द होता है या खून का बहाव बहुत अधिक होता है, तो यह यूट्राइन फाइब्रॉइड्स, एंडोमेट्रियोसिस या एनीमिया जैसी समस्याओं का लक्षण हो सकता है।
4. पीरियड्स के बीच में ब्लीडिंग (Bleeding Between Periods):
यह अनियमित हार्मोन स्तर, गर्भाशय की गांठ या कभी-कभी कैंसर की शुरुआती चेतावनी भी हो सकती है।
🏥 समाधान अब आपके पास:
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में अत्याधुनिक सुविधाएं और अनुभवी डॉक्टर्स मौजूद हैं, जो हर महिला रोग का सटीक निदान और उपचार करते हैं।
💳 लाभदायक सुविधाएं:
आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज
कैशलेस बीमा की सुविधा
अत्याधुनिक टेस्टिंग और लेज़र टेक्नोलॉजी उपलब्ध
📍 पता: ITI चौक, हरी पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार
📞 संपर्क करें: 99902-64611 | 99924-87111
🌐 www.mgimsharyana.com
पेट के कैंसर से मुक्ति पाएं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में
पेट का कैंसर (Gastric Cancer) एक गंभीर लेकिन उपचार योग्य बीमारी है। इसका समय पर निदान और विशेषज्ञ डॉक्टर से सही उपचार इस बीमारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार के डॉ. रमेश बिश्नोई, जो कैंसर विशेषज्ञ और निदेशक हैं, पेट के कैंसर के उपचार में विशेषज्ञता रखते हैं।
पेट के कैंसर के प्रमुख लक्षण
पेट के कैंसर की शुरुआती पहचान करना जरूरी है। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- पेट में दर्द या भारीपन
- खाने के बाद जल्दी पेट भरने का अनुभव
- लगातार जी मिचलाना और उल्टी होना
- वजन में तेजी से कमी
- खून की कमी (एनीमिया)
- पेट में गांठ या सूजन
यदि इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बना रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पेट के कैंसर के कारण
पेट के कैंसर का कारण बनने वाले कारकों में शामिल हैं:
- अनियमित खानपान और तैलीय भोजन
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- एच. पाइलोरी बैक्टीरिया संक्रमण
- पारिवारिक इतिहास
- खराब जीवनशैली
उपचार और विशेषज्ञता
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में डॉ. रमेश बिश्नोई, जो एम्स (AIIMS) से प्रशिक्षित सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट हैं, पेट के कैंसर के लिए अत्याधुनिक उपचार प्रदान करते हैं। उनकी विशेषता रोबोटिक और थोराकोस्कोपिक कैंसर सर्जरी में है, जिससे रोगी को कम दर्द और तेजी से ठीक होने का अनुभव होता है।
यहां उपलब्ध सेवाएं:
- आयुष्मान भारत और कैशलेस सुविधा
- सटीक निदान के लिए आधुनिक तकनीक
- विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा व्यक्तिगत देखभाल
हमारे साथ क्यों चुनें?
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार अपने मरीजों के लिए भरोसेमंद और प्रभावी इलाज का वादा करता है।
📍 पता: ITI चौक, हरी पैलेस के पीछे, टोहाना रोड, हिसार
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🌐 वेबसाइट: www.mgimsharyana.com
स्तन कैंसर : लक्षण, इलाज और इलाज में मिलने वाली सुविधाएं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार
स्तन कैंसर महिलाओं के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। इसका जल्दी पता लगाना और सही समय पर इलाज शुरू करना बहुत जरूरी है। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रमेश बिश्नोई की देखरेख में स्तन कैंसर का इलाज अत्याधुनिक तकनीकों और व्यक्तिगत देखभाल के साथ किया जाता है। यहां इलाज के दौरान आपको इंश्योरेंस और आयुष्मान भारत योजना जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं, जिससे आपका इलाज और भी सुविधाजनक और सुलभ हो जाता है।
स्तन कैंसर के प्रमुख लक्षण:
- स्तन में गांठ या सूजन : यह सबसे सामान्य लक्षण है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- निप्पल से असामान्य डिस्चार्ज : यदि निप्पल से खून या अन्य तरल पदार्थ निकलता है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है।
- स्तन या निप्पल में दर्द : स्तन के किसी हिस्से में लगातार दर्द महसूस होना।
- स्तन के आकार या रंग में बदलाव : त्वचा का लाल या धंसा हुआ दिखना।
- निप्पल का अंदर की ओर मुड़ना : निप्पल की स्थिति में बदलाव भी कैंसर का लक्षण हो सकता है।
स्तन कैंसर का इलाज:
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में उपलब्ध विभिन्न स्तन कैंसर इलाज विकल्प निम्नलिखित हैं:
- सर्जरी : लंपेक्टॉमी (गांठ हटाना) या मास्टेक्टॉमी (स्तन को हटाना) जैसी सर्जिकल प्रक्रियाएं।
- कीमोथेरेपी: दवाओं के जरिए कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
- रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन का उपयोग कर कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
- हार्मोन थेरेपी: हार्मोन पर निर्भर कैंसर कोशिकाओं को नियंत्रित करने के लिए हार्मोन ब्लॉकेर्स का उपयोग।
- इम्यूनोथेरेपी: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर कैंसर से लड़ाई में मदद।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में इलाज की विशेष सुविधाएं:
- इंश्योरेंस कवरेज: अस्पताल में इंश्योरेंस के तहत इलाज की सुविधा उपलब्ध है, जिससे आप आर्थिक चिंता से मुक्त रह सकते हैं।
- आयुष्मान भारत योजना: अस्पताल में आयुष्मान योजना के अंतर्गत योग्य मरीजों को मुफ्त या रियायती इलाज प्रदान किया जाता है।
- मॉडर्न टेक्नोलॉजी और अनुभवी टीम: कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रमेश बिश्नोई की टीम द्वारा अत्याधुनिक चिकित्सा पद्धतियों से इलाज किया जाता है।
स्तन कैंसर से बचाव के उपाय :
- हर महीने स्तन की स्वयं जांच करें।
- सालाना मैमोग्राफी करवाएं।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिसमें संतुलित आहार और नियमित व्यायाम शामिल हो।
- धूम्रपान और अल्कोहल से दूर रहें।
सही समय पर इलाज शुरू करें
यदि आप या आपके किसी परिचित को स्तन कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हिसार में डॉ. रमेश बिश्नोई से संपर्क करें। यहां इंश्योरेंस और आयुष्मान योजना की सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण इलाज प्राप्त करें और अपनी सेहत को वापस पाएं।
अपनों के बेहतरीन इलाज के लिए विजिट करें :
आईटीआई, चौक, हरि पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार-125001 या अपना परामर्श बुक करने के लिए 99902-64611, 99924-87111 पर कॉल करें।
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