ओवेरियन रिस्ट इलाज: दर्द और निराशा को दूर करें

ओवेरियन सिस्ट, या अंडाशय की गांठ, महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है। यह अंडाशय के भीतर या सतह पर एक थैली होती है जिसमें तरल पदार्थ, द्रव या अन्य पदार्थ भरा होता है। ओवेरियन सिस्ट दो प्रकार के होते हैं:

कार्यात्मक सिस्ट:

ये सिस्ट मासिक धर्म चक्र के हिस्से के रूप में विकसित होते हैं और आमतौर पर बिना किसी उपचार के अपने आप समाप्त हो जाते हैं।
पैथोलॉजिकल सिस्ट: ये सिस्ट अधिक गंभीर होते हैं और उपचार की आवश्यकता हो सकती है। ओवेरियन सिस्ट के उपचार की आवश्यकता या नहीं, यह सिस्ट के प्रकार, आकार और लक्षणों पर निर्भर करता है।
Read More

अब हिसार में संभव है न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी के साथ हर्निया का उपचार : डॉ. रमेश बिश्नोई

एंटिक न्यूज | हैल्थ अपडेट
हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी अंग या ऊतक का एक हिस्सा अपने सामान्य स्थान से बाहर निकल जाता है। हर्निया कई प्रकार के होते हैं, लेकिन सबसे आम प्रकार पेट में होता है।

पेट में हर्निया के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
{ पेट में दर्द, विशेष रूप से खांसने, छींकने, या भारी वस्तुओं को उठाने पर
{ पेट में सूजन या उभार
{ पेट में कमजोरी या थकान

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। हर्निया का इलाज जल्दी से किया जाना चाहिए, क्योंकि यह जटिलताएं पैदा कर सकता है।
हर्निया के कारण:
पेट में हर्निया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
{ कमजोर मांसपेशियां
{ पेट की दीवार में एक छेद
{ पेट में दबाव में वृद्धि

हर्निया का उपचार:
पेट में हर्निया का सबसे आम उपचार सर्जरी है। सर्जरी में, डॉक्टर हर्निया को वापस अंदर धकेलते हैं और छेद को बंद कर देते हैं। सर्जरी को खुली सर्जरी या लेप्रोस्कोपी के रूप में किया जा सकता है।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में, हमारे सर्जन हर्निया के सभी प्रकारों का इलाज करने में माहिर हैं। हमारे यहां पर आयुष्मान योजना में स्वीकृत सभी बीमारियों का इलाज नि:शुल्क किया जाता है।

हम न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी का उपयोग करते हैं, जो तेजी से ठीक होने और कम दर्द की संभावना के साथ जुड़ा हुआ है। यदि आपको हर्निया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आज ही एक नियुक्ति लें। हम आपको हर्निया के बारे में अधिक जानकारी प्रदान कर सकते हैं और उपचार के सर्वोत्तम विकल्प पर चर्चा कर सकते हैं।

अपेंडिक्स के दर्द से पीड़ित न हों: हमारे अनुभवी डॉक्टरों द्वारा महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज में इलाज कराएं

अपेंडिक्स का दर्द एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है जो किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है। यह आपके जीवन को प्रभावित कर सकता है और सही समय पर उपचार ना होने पर इसकी स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, हमारे अनुभवी डॉक्टरों के साथ, अपेंडिक्स के दर्द से पीड़ित रोगियों को विशेषज्ञ और संवेदनशील इलाज प्रदान करता है।

Read More

Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences Hisar: A Beacon of Excellence in General & Laparoscopic Surgery

In the heart of Hisar, Haryana, stands the Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, a distinguished healthcare institution that has carved a niche for itself in the field of General and Laparoscopic Surgery. Established with a commitment to providing comprehensive and advanced medical care, the hospital has consistently upheld the principles of excellence, compassion, and innovation in the realm of surgical interventions.

Read More

आयुष्मान भारत योजना: महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज में घुटने के रिप्लेसमेंट की बेहतर सुविधाएं

आयुष्मान भारत योजना ने भारतीय नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने का मार्ग प्रदान किया है, और इसके तहत घुटने के रिप्लेसमेंट की सुविधाएं भी शामिल हैं। इस योजना के प्रमुख लाभार्थियों में से एक है, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज (MGIMS) जो इसके तहत उच्च स्तरीय और सबसे अद्वितीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। इस लेख में, हम आयुष्मान भारत योजना के तहत MGIMS में घुटने के रिप्लेसमेंट की बेहतर सुविधाओं की चर्चा करेंगे।

Read More

गुर्दे की पथरी का करवाएं आयुष्मान योजना के तहत नि:शुल्क उपचार

एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुर्दे में ठोस पदार्थों का जमाव होता है। ये जमाव छोटे या बड़े हो सकते हैं और मूत्र मार्ग में रुकावट पैदा कर सकते हैं। गुर्दे की पथरी के लक्षण में दर्द, उल्टी, मतली, मूत्र में खून आना आदि शामिल हैं।

आयुष्मान उपचार
आयुष्मान भारत योजना के तहत गुर्दे की पथरी के उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:

Read More

हर्निया के कारण , हर्निया के प्रकार, हर्निया के जोखिम, हर्निया से बचाव ।।

हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की कोई मांसपेशी या ऊतक किसी छेद के जरिए अपनी झिल्ली या खोल से बाहर आ जाता है। इस बाहर निकले अंग को ही हर्निया कहा जाता है। हर्निया की समस्या ज्यादातर आंत और पेट के आसपास के क्षेत्र में देखी जाती है।

हर्निया के कारण

Read More

कैंसर की समस्या होने पर तुरंत अस्पताल में विजिट करें व इलाज करवाएं: महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज

कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसमें अनियमित रूप से बढ़ते अनियंत्रित कोशिकाएं शरीर के विभिन्न हिस्सों में उत्पन्न होती हैं। इस बीमारी का समय पर पहचानना और उचित इलाज प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, जो एक प्रमुख अस्पताल है, इसमें मदद कर सकता है।
Read More

आयुष्मान भारत योजना के तहत गुर्दे की पथरी के उपचार की उपलब्ध सुविधाएं

गुर्दे की पथरी एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुर्दे में ठोस पदार्थों का जमाव होता है। ये जमाव छोटे या बड़े हो सकते हैं और मूत्र मार्ग में रुकावट पैदा कर सकते हैं। गुर्दे की पथरी के लक्षण में दर्द, उल्टी, मतली, मूत्र में खून आना आदि शामिल हैं।

आयुष्मान उपचार
आयुष्मान भारत योजना के तहत गुर्दे की पथरी के उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
Read More

साइटिका लक्षण, बचाव व उपचार

साइटिका एक प्रकार का तीव्र दर्द है जो रीढ़ की हड्डी की सबसे बड़ी तंत्रिका, सायटिक तंत्रिका पर दबाव पड़ने के कारण होता है। यह दर्द आमतौर पर नितंबों से शुरू होता है और पैर के पीछे नीचे की ओर फैलता है। साइटिका के लक्षण निम्नलिखित हैं:

दर्द: साइटिका का सबसे आम लक्षण दर्द है। यह दर्द तेज, इलेक्ट्रिक शॉक जैसा हो सकता है। यह दर्द बैठने, खड़े होने, चलने या खांसने, छींकने या हंसने पर बिगड़ सकता है।

साइटिका दर्द
झुनझुनी: साइटिका पैरों में झुनझुनी और सुन्नता का कारण भी हो सकता है। यह पैर के एक हिस्से या पूरे पैर में हो सकता है।

साइटिका के कारण पैर में झुनझुनी
कमजोरी: साइटिका पैरों की कमजोरी का कारण भी बन सकता है। यह पैर में भारीपन या पैर उठाने में कठिनाई का कारण बन सकता है।

साइटिका के कारण पैर में कमजोरी
सायटिका का सबसे आम कारण रीढ़ की हड्डी में डिस्क की समस्या है। डिस्क रीढ़ की हड्डी के बीच की छोटी, रबर जैसी संरचनाएँ होती हैं। वे रीढ़ की हड्डी को शोक और कंपन से बचाने में मदद करती हैं। यदि डिस्क फट जाती है या विस्थापित हो जाती है, तो यह सायटिक तंत्रिका पर दबाव डाल सकती है, जिससे दर्द और अन्य लक्षणों का कारण बन सकता है।

सायटिका के अन्य संभावित कारणों में शामिल हैं:

रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर
रीढ़ की हड्डी में संक्रमण
रीढ़ की हड्डी में सूजन
गर्भावस्था
सायटिका का इलाज आमतौर पर लक्षणों को कम करने और रीढ़ की हड्डी पर दबाव को कम करने पर केंद्रित होता है। उपचार में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

दर्द निवारक दवाएं: दर्द निवारक दवाएं, जैसे ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक या ओपिओइड, दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं।
फिजिकल थेरेपी: फिजिकल थेरेपी रीढ़ की हड्डी की गतिशीलता में सुधार और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।
इनजेक्शन: स्टेरॉयड इंजेक्शन रीढ़ की हड्डी पर सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
शस्त्रक्रिया: शायद ही कभी, यदि अन्य उपचार काम नहीं करते हैं, तो रीढ़ की हड्डी में दबाव को कम करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
सायटिका के लिए उपचार की सफलता दर आमतौर पर अच्छी होती है। अधिकांश लोगों को लक्षणों में सुधार होता है और वे कुछ सप्ताह या महीनों में ठीक हो जाते हैं।

सायटिका के कुछ घरेलू उपचार जो लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:

आराम: दर्द और सूजन को कम करने के लिए आराम करना महत्वपूर्ण है।
गर्म या ठंडा संपीड़न: गर्म या ठंडा संपीड़न दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
मालिश: मालिश रीढ़ की हड्डी की गतिशीलता में सुधार और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।
यदि आपको साइटिका के लक्षण हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन कर सकते हैं और आपके लिए सही उपचार योजना विकसित कर सकते हैं।

आयुष्मान योजना ने गरीब परिवारों के लिए घुटना प्रत्यारोपण जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज को सुलभ और किफायती बना दिया है।

सायटिका के इलाज के लिए, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईंसिज, आईटीआई चौक, हरि पैलेस के पीछे, तोशाम रोड, हिसार या फोन नम्बरों 99902-64611, 99924-87111 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।