ब्लैडर कैंसर को हराएं – आधुनिक सर्जरी और विशेषज्ञ देखरेख के साथ
मूत्राशय या ब्लैडर हमारे शरीर का वह अंग है जिसमें गुर्दे द्वारा निर्मित मूत्र (urine) अस्थायी रूप से संग्रहित होता है। जब इस मूत्राशय की अंदरूनी परत की कोशिकाएं (cells) असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, तो उसे ब्लैडर कैंसर (Bladder Cancer) कहा जाता है।
यह कैंसर धीरे-धीरे मूत्राशय की अंदरूनी परत से मांसपेशियों और आसपास के अंगों तक फैल सकता है।
भारत में ब्लैडर कैंसर पुरुषों में 10वां सबसे आम कैंसर है। यदि समय पर पहचान हो जाए, तो इसका उपचार काफी प्रभावी होता है।
🔬 ब्लैडर कैंसर के प्रमुख कारण (Causes of Bladder Cancer)
ब्लैडर कैंसर का कोई एक निश्चित कारण नहीं है, लेकिन कुछ जोखिम कारक (Risk Factors) इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं:
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🚬 धूम्रपान (Smoking): तंबाकू में मौजूद रसायन मूत्र के माध्यम से निकलते हैं और मूत्राशय की दीवार को नुकसान पहुंचाते हैं।
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☠️ केमिकल्स का संपर्क: डाई, रबर, पेंट, और पेट्रोलियम उद्योग में काम करने वाले लोगों को अधिक खतरा होता है।
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💊 कुछ दवाइयों का लंबे समय तक उपयोग: विशेष रूप से दर्दनिवारक दवाएं और कीमोथेरेपी ड्रग्स।
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🦠 बार-बार मूत्र संक्रमण या ब्लैडर स्टोन: पुराना संक्रमण कोशिकाओं में बदलाव लाता है।
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🧬 अनुवांशिकता (Genetic factors): परिवार में किसी को ब्लैडर कैंसर होने पर जोखिम बढ़ जाता है।
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💧 कम पानी पीना: इससे हानिकारक तत्व लंबे समय तक मूत्राशय में बने रहते हैं।
⚠️ ब्लैडर कैंसर के लक्षण (Symptoms of Bladder Cancer)
ब्लैडर कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर साधारण मूत्र संक्रमण जैसे लगते हैं, इसलिए लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। मुख्य लक्षण हैं:
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मूत्र में खून आना (Blood in urine) – सबसे आम लक्षण
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बार-बार पेशाब लगना
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पेशाब करते समय जलन या दर्द
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पेट या पीठ के निचले हिस्से में दर्द
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थकान, कमजोरी, या वजन में कमी
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उन्नत अवस्था में – हड्डियों में दर्द या सूजन
यदि मूत्र में खून दिखे या बार-बार पेशाब की समस्या बनी रहे, तो तुरंत Urology Specialist से परामर्श लें।
🧪 ब्लैडर कैंसर की जांच (Diagnosis)
MGIMS, Hisar में ब्लैडर कैंसर की पहचान के लिए आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाता है:
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Urine Cytology: मूत्र में कैंसर कोशिकाओं की जांच
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Ultrasound Abdomen: मूत्राशय में किसी असामान्य वृद्धि की पहचान
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CT Scan / MRI: कैंसर के फैलाव की सीमा जांचने के लिए
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Cystoscopy: एक पतली ट्यूब से मूत्राशय के अंदर कैमरे द्वारा जांच
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Biopsy: ऊतक का नमूना लेकर प्रयोगशाला जांच से पुष्टि
🧬 ब्लैडर कैंसर के प्रकार (Types of Bladder Cancer)
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Transitional Cell Carcinoma (TCC) – सबसे सामान्य प्रकार (90% मामलों में)
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Squamous Cell Carcinoma – बार-बार संक्रमण या जलन से उत्पन्न
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Adenocarcinoma – दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रकार
💉 ब्लैडर कैंसर का उपचार (Treatment of Bladder Cancer)
Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar में
डॉ. रमेश बिश्नोई, Director & Cancer Specialist,
( M.B.B.S., M.S. – AIIMS, Fellow – Robotic & Thoracoscopic Cancer Surgeries, USA )
आधुनिक तकनीक से ब्लैडर कैंसर का सटीक उपचार प्रदान करते हैं।
🔹 1. TURBT (Transurethral Resection of Bladder Tumor)
प्रारंभिक स्टेज के कैंसर में सर्जरी द्वारा ट्यूमर हटाया जाता है।
यह एक मिनिमली इनवेसिव तकनीक है, जिसमें चीरा नहीं लगता।
🔹 2. Intravesical Therapy
कैंसर हटाने के बाद दवा को सीधे ब्लैडर में डाला जाता है ताकि दोबारा कैंसर न उभरे।
इसमें BCG थेरेपी और कीमोथेरेपी दवाएं दी जाती हैं।
🔹 3. Radical Cystectomy (Bladder Removal Surgery)
उन्नत स्टेज में पूरा मूत्राशय हटाया जाता है और नया मूत्र मार्ग बनाया जाता है।
🔹 4. Chemotherapy & Immunotherapy
यदि कैंसर फैल चुका हो, तो दवाओं द्वारा कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
डॉ. रमेश बिश्नोई नवीनतम इम्यूनोथेरेपी तकनीक का उपयोग करते हैं जिससे परिणाम बेहतर होते हैं।
🔹 5. Robotic & Thoracoscopic Cancer Surgery (USA-Trained Technique)
MGIMS, Hisar में रोबोटिक कैंसर सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है,
जिससे मरीज को कम दर्द, जल्दी रिकवरी और सटीक परिणाम मिलते हैं।
🌿 जीवनशैली व बचाव उपाय (Prevention & Lifestyle Tips)
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🚭 धूम्रपान पूरी तरह बंद करें।
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💧 दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं।
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🍎 फल, सब्जियां और फाइबर युक्त आहार लें।
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☢️ केमिकल्स से बचें, अगर पेशे से जुड़े हैं तो सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करें।
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🧘 नियमित व्यायाम करें और वजन नियंत्रित रखें।
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🔬 हर 6 महीने में मूत्र जांच कराएं, खासकर अगर परिवार में कैंसर का इतिहास हो।
🏥 क्यों चुनें Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar?
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👨⚕️ विशेषज्ञ देखरेख: Dr. Ramesh Bishnoi, AIIMS-trained Surgical Oncologist
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🤖 रोबोटिक और Thoracoscopic कैंसर सर्जरी सुविधा
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🧬 अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक तकनीकें (CT, MRI, PET, Biopsy)
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💉 अत्याधुनिक केमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी यूनिट
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🩺 व्यक्तिगत कैंसर उपचार योजना
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💊 आयुष्मान भारत और सभी प्रमुख कैशलेस इंश्योरेंस की सुविधा
❓ FAQ: ब्लैडर कैंसर से जुड़े आम प्रश्न
Q1. क्या ब्लैडर कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है?
👉 हां, शुरुआती अवस्था में पहचान और सही इलाज से ब्लैडर कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है।
Q2. क्या ब्लैडर कैंसर दोबारा हो सकता है?
👉 हां, इसलिए TURBT के बाद नियमित जांच और Intravesical Therapy जरूरी है।
Q3. क्या ब्लैडर हटाने के बाद पेशाब सामान्य रूप से किया जा सकता है?
👉 हां, नई सर्जिकल तकनीक से शरीर में नया मूत्र मार्ग बनाया जाता है जिससे जीवन सामान्य रहता है।
Q4. ब्लैडर कैंसर के मुख्य कारण क्या हैं?
👉 धूम्रपान, केमिकल्स का संपर्क, मूत्र संक्रमण और जेनेटिक कारण प्रमुख हैं।
Q5. कौन-से टेस्ट ब्लैडर कैंसर की पुष्टि करते हैं?
👉 Urine cytology, cystoscopy, CT scan, MRI और biopsy सबसे सटीक जांच हैं।
🧭 निष्कर्ष (Conclusion)
ब्लैडर कैंसर को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
यदि मूत्र में खून आता है या पेशाब में दर्द रहता है, तो तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें।
MGIMS, Hisar में अत्याधुनिक सुविधाओं और अनुभवी सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट
Dr. Ramesh Bishnoi की देखरेख में ब्लैडर कैंसर का संपूर्ण उपचार उपलब्ध है।
📍 संपर्क जानकारी
Mahatma Gandhi Institute of Medical Sciences, Hisar
📍 ITI Chowk, Behind Hari Palace, Tosham Road, Hisar
📞 99902-64611 | 99924-87111
🌐 www.mgimsharyana.com
👨⚕️ Dr. Ramesh Bishnoi
Director & Cancer Specialist
M.B.B.S., M.S. (Surgical Oncology – AIIMS)
FAIS, FIAGES | Fellow – Robotic & Thoracoscopic Cancer Surgeries (USA)